School Summer Vacation ; देशभर में इस समय भीषण गर्मी का कहर जारी है। तापमान लगातार 44 से 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच रहा है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कई राज्यों की सरकारों ने स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां (Summer Vacation) समय से पहले घोषित कर दी हैं। बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है ताकि वे गर्मी से होने वाली बीमारियों से बच सकें।
कई राज्यों में आया आदेश
उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। इन आदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तत्काल प्रभाव से छुट्टियां घोषित करें। कुछ राज्यों ने पहले से तय 15 जून या 20 जून की तारीख को घटाकर अब 1 जून से ही गर्मी की छुट्टी लागू कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लू (हीटवेव) से बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है। दोपहर के समय तापमान बहुत अधिक होने के कारण बच्चों को डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। स्कूलों में गर्मियों में लगने वाले फैन, ठंडा पानी और अन्य संसाधन भी इस बार कई जगहों पर अपर्याप्त पाए गए हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद करना एक ज़रूरी कदम था।
ऑनलाइन क्लासेज़ पर भी रोक
कुछ राज्यों ने साफ किया है कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन क्लासेज़ भी नहीं ली जाएंगी, ताकि बच्चों को पूरी तरह से आराम मिल सके। यह आदेश शिक्षकों पर भी लागू होगा और वे भी छुट्टी का लाभ उठा सकेंगे।
अभिभावकों की प्रतिक्रिया
अभिभावकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका मानना है कि मौजूदा मौसम में बच्चों को स्कूल भेजना एक बड़ा जोखिम था। समय से पहले छुट्टी मिलने से अब वे बच्चों की सेहत पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे।
निष्कर्ष: समय से पहले स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा बच्चों की सेहत को ध्यान में रखकर किया गया एक सराहनीय कदम है। सरकार का यह निर्णय आने वाले दिनों में अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।