बिहार में जमीन सर्वेक्षण का काम अभी सासाराम के जिले में चल रहा है अलग-अलग प्रखंडों में सिविल लगाकर लोगों को द्वारा आवेदन की प्रक्रिया किया जा रहा है जिसके वजह से प्रखंड कार्यालय निबन्धन विभाग से लेकर अभिलेखागार के दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए लोगो को अधिक भीड़ हो रहा है और इस तरह से लोगो को लग रहा है कि सर्वे की अंतिम तारीख सभी के बीच घोषणा होने वाला है।
जिला बन्दोवस्त के साझा
कई लोगों के द्वारा बताया जा रहा है की जमीन सर्वे की अंतिम तिथि सितंबर महीने की अंतिम सप्ताह तक है लेकिन लोगों को इस तरह की चीजों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है जिला बंदोबस्त पदाधिकारी के द्वारा बताया गया है कि लोक हड़बड़ में होने की कोई जरूरत नहीं है अस्थाई रूप से सबसे पहले अपने सभी का जादू को एक साथ कर लेना है उसके बाद अपने जमीन की सर्वे करवाना है और जमीन सर्वे की अंतिम तिथि को अभी तक घोषित नहीं किया गया है इसलिए आराम से लोगों को करवाना है।
जमीन के रसीद के साथ आवेदन
बताया गया है कि जमीन के दस्तावेजों में रैयतों के लिए अपना पंजी टू जमीन की रसीद के साथ आवेदन कर सकते है. जिसमें लोग भ्रमित है कि अद्यतन रसीद होना अनिवार्य नहीं है.तो इतना होना चाहिए कि जमीन की रसीद 1 से 2 साल पूर्व कटी हुई रसीद जमा किया जा सकता है. लेकिन, लोगों को इस ईमानदारी से यह देखना होगा कि उक्त जमीन का निबंधन तो नहीं हुआ हो.
बताया जा रहा कि आवेदन के लिए किसी प्रकार का शुल्क देय नहीं होगा.
4 मौजा का एक होगा कलस्टर
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी के द्वारा बताया जा रहा है कि जमीन सर्वेक्षण का आवेदन की प्रक्रिया जिन मौजो का पूरा हो जाएगा. तो 4 मौजों का एक कलस्टर को बनाया जायेगा. जिसमें एक अमीन कार्य करेंगा. उनके ऊपर चार मौजों की परीमाप की जिम्मेदारी रहेगी. साथ में उन्होंने बताया कि जिले में 4 सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों का पदस्थापन भी किया गया है. उनकी जिम्मेदारी होगी कि पंचायत स्तर पर भू-सर्वेक्षण का कार्य कर रहे कर्मचारियों के साथ लोगों का एक वाट्सएप ग्रुप होगा. जिसमें सर्वे से संबंधित जानकारी प्राप्त कराएंगे।